गुरुवार, 22 अक्तूबर 2009

25 हत्याओं का हत्यारा कौन? इंटरनेट


इंटरनेट हमारे जीवन की सबसे जरूरी में कब शुमार हो गया, पता नहीं चला! जिंदगी के कई पहलुओं को इसने करीब से प्रभावित किया। शुरू में लगा, ये सभी प्रभाव सकारात्मक हैं। लेकिन, नहीं ऐसा नहीं था। लोगों के जीवन को इंटरनेट ने कई बार नेगेटिवली प्रभावित किया। टेलीग्राफ ने एक लिस्ट तैयार की है जिसमें उन चीजों का ब्यौरा है जिनकी आम आदमी के जीवन में 'हत्या'की जा रही है, इंटरनेट द्वारा। वैसे इन यूजफुल हत्यारों में केवल इंटरनेट ही शामिल नहीं है बल्कि संचार की अन्य चीजें भी शामिल हैं।


1। प्यार से असहमति जताने की कला2। कि अब हम अकेले नहीं हैं जो बड़ी सेलिब्रिटी की मौत पर पगला नहीं रहा है3। सारे रास्ते एक ही फिल्म या एलबम के गाने सुनने की आदत4. सारा पालिन5. समय पर 6. Ceefax/Teletext 7. टेलीफोन डाइरेक्टरी8. कैट इंटेलीजेंस असल में कुछ नहीं था, भ्रम था9. घड़ियां!10. म्यूजिक स्टोर्सपहुंचना11. चिट्ठी पत्री लिखना, पत्र मित्रता...12. याददाश्त !13. फोटो एलबम्स14. अजब गजब से षड़यंत्रों की कहानी और सचाई15. टीवी पूरे परिवार के साथ 16. इनोवेटिव कैटलॉग!17. किताबों के पीछे के पेजेस पर छपे ऑर्डर फॉर्म्स18. कॉपीराइट, के कुछ फॉर्म्स 19. शादी वादी के मौके पर टेलीग्राम्स पढ़ना20. स्पोर्ट्स टूर्नामेंट्स के रिजल्ट तुरंत मिल जाते हैं21. टेलीफोन नंबर्स अब गुनागुना कर याद रखने की जरूरत नहीं 22. डॉक्टर्स और दूसरे प्रफेशनल्स के सच्चरित्र होने के विश्वास टूट चुके हैं23. विदेशी भाषाएं अब रहस्यमय नहीं रहीं24. किसी देश की जिओग्राफिकल जानकारी भी अब अतीत की बात


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