रविवार, 25 अक्टूबर 2009

मौत की गति से दौड़ती है छत्तीसगढ़ में बसे




कसडोल से गिधोरी रोड पर दिनाक १९ अक्टूबर २००९ को सुबह लगभग ९.३० बजे एक सड़क दुर्घटना हो गई जो दिल दहलाने वाली थी इसे ब्लॉग में पोस्ट करूँगा ऐसा सोच रखा था और आज समय मिलने पर कर भी रहा हु मैं सहारा समय के लिए कैमरा मेन का भी काम करता हु इस दुखद घटना पर मन से कुछ लिखना चाहता था या यह कहिये की इस घटना की कुछ सच्चाई को आप सब से बाटना चाहता था इस घटना का मुख्य वजह चालक का नशे में धुत होना था इसकी वजह से इस घटना में एक बच्ची सहित एक व्यक्ति की मौत हो गई और १५ लोग गंभीर रूप से घायल हो गये घटना सुबह ९.३० बजे हुई लोग पुलिस और प्रशासन को इसकी सुचना दिए पर एंबुलेंस तब पंहुचा जब आम लोग अन्य व्यवस्था कर घायल को हास्पिटल ले जा चुके थे सड़क दुर्घटना जो अभी छत्तीसगढ़ में हो रही है उसमे सवारी गाड़ी की दुर्घटना की मुख्य वजह मेरी नजर में जो है उसे लिख रहा हु सरकार ने यंहा सरकारी सेवा बंद कर परिवहन को निजी हाथों में दे दी है रायपुर से कसडोल रूट के लिए बसों का समय अन्तराल लगभग १५ मिनट रखा गया है इसलिए बसे काफी तेजी से चलती है इन बसों में यात्री जानवरों की तरह ठुसे जाते है और गरीब यात्रियों से अक्सर बद्सलुकियाँ भी की जाती है अक्सर इन बसों के ड्राईवर नशे में होते है

अभी तक एक भी ऐसी कोई कार्यवाही किसी चालक पर नही हुई है की वो नशे में था जी हाँ आज तक पुलिस प्रशासन को कोई एक भी चालक नशे में नही मिला है हा जब बस एक्सीडेंट हो जाए तब जरुर चालक नशे में मिलता है पर कार्यवाही करने के लिए कोई बस चालक नशे में नही मिला है

आज तक कोई कार्यवाही किसी बस के मालिकों पर नही हुई की यात्री से बदसलूकी हुई हो हर रोज बसें यात्रियों को लेकर निकल रही है जो अपनी छमता से ज्यादा यात्रियों को लेकर उनके जान से खिलवाड़ कर रही है पर पुलिस को केवल अपने हपते से मतलब आंख मुद कर बैठी है और प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठी है आम इंसान की जान यदि जाती है जाए

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